जयपुर : राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने जेल परिसर (Jail) में ड्यूटी करने वाले जेल विभाग के सरकारी और संविदा पर लगे कर्मचारियों के हित में बड़ा कदम उठाया है। ऐसे कर्मचारियों की कोरोना वायरस के कारण मृत्यु होने पर 50 लाख की सहायता राशि दी जाएगी।
कोरोना के खिलाफ राजस्थान ने लड़ाई में जो संयम रखा और सधे हुए कदम उठाए, उसने प्रदेश में कोरोना (Covid 19) के बढ़ने की रफ्तार को रोके रखा था। अब सरकार ने कोरोना से लड़ाई में जान गंवाने वाले जेल कर्मियों के परिवारों के लिए मदद की भी व्यवस्था कर दी है। पुलिस, चिकित्सा और स्वास्थ्य विभाग, स्वायत्त शासन विभाग सहित अन्य फ्रंटलाइन कोरोना वॉरियर्स की तर्ज पर ड्यूटी पर रहते हुए कोविड-19 संक्रमण के कारण मृत्यु होने पर 50 लाख रुपए की अनुग्रह राशि प्रदान किए जाने संबंधी प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है।
इस संबंध में जेल विभाग ने वित्त विभाग को भेजे गए प्रस्ताव में कहा था कि जेल विभाग के कर्मियों ने भी लॉकडाउन के समय जेल परिसर में ड्यूटी करते हुए कोरोना संक्रमण के खतरे का सामना किया है। जयपुर केन्द्रीय जेल सहित भरतपुर और बूंदी की जेलों में कई बंदी कोरोना संक्रमित पाए गए थे। उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में हुई जेल विभाग की समीक्षा बैठक में इस मुद्दे पर चर्चा के बाद मुख्यमंत्री ने इस पर सहमति जताई थी।