राजस्थान विधानसभा उपचुनाव में आपको इसबार त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिलेगा। दरअसल कांग्रेस और बीजेपी की सीधी भिड़ंत में अब RLP भी कूद पड़ी है। राष्ट्रीय रोकतांत्रिक पार्टी के मुखिया हनुमान बेनीवाल (Hanuman Beniwal) ने ऐलान कर दिया है कि वो उपचुनाव की चारों सीटों पर प्रत्याशी खड़े करेंगे।
बेनीवाल के निशाने पर कांग्रेस-बीजेपी
पार्टी संयोजक हनुमान बेनीवाल ने कहा कि चारों सीटों पर RLP चुनाव लड़ेगी। बेनीवाल ने इसके साथ ही चारों सीटों पर विकास प्रभावित होने का हवाला देते हुए चुनाव आयोग से जल्द उपचुनाव कराने की मांग भी रखी. दरअसल कृषि कानूनों (Agriculture law) के मामले में किसानों का साथ देते हुए हनुमान बेनीवाल बहुत पहले ही NDA से अलग हो चुके हैं। उनके निशाने पर बीजेपी (BJP) तो है ही, किसानों की दुर्दशा के लिए उन्होंने कांग्रेस (Congress) को बीजेपी से भी ज्यादा दोषी ठहराया है।
चारों सीटों पर खड़े करेंगे प्रत्याशी
4 सीटों पर प्रस्तावित राजस्थान विधानसभा उपचुनाव (Assembly Bi-poles ) में प्रत्याशी खड़े करने का ऐलान करते हुए बेनीवाल ने कहा है कि ‘पार्टी चारों सीटों पर बढ़ती बेरोजगारी (Unemployment), प्रदेश की कानून-व्यवस्था, किसानों की संपूर्ण कर्जमाफी, प्रदेश में टोल माफी (Toll free) को मुद्दा बनाया जाएगा। साथ ही कृषि बिलों को लेकर भाजपा को भी घेरा जाएगा। चुनावों को लेकर आज देर रात तक प्रभारियों की घोषणा कर दी जाएगी, जिसके बाद चुनावों की घोषणा के साथ ही प्रत्याशियों की घोषणा भी कर दी जाएगी।’ बेनीवाल ने चारों सीटों पर जीत का दावा भी किया है। आरएलपी के फिलहाल तीन विधायक हैं।
इन सीटों पर हैं विधानसभा उपचुनाव
वल्लभनगर (Ballabhnagar), राजसमंद(Rajsamand), सुजानगढ़ (Sujangarh) और सहाड़ा (Sahada) विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने है। इन चारों सीटों पर हनुमान बेनीवाल ने पार्टी के प्रत्याशी उतारने की घोषणा की है. इसके साथ ही हनुमान बेनीवाल ने राज्य की कांग्रेस सरकार और केंद्र सरकार को भी आड़े हाथों लेते हुए कहा कि ‘अब दोनों ही पार्टियों से खुलकर लड़ेंगे।’ इसके साथ ही भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा (JP Nadda) के राजस्थान दौरे को लेकर हनुमान बेनीवाल ने कहा कि ‘पांच राज्यों में चुनाव होने जा रहे हैं लेकिन जेपी नड्डा इन राज्यों का दौरा नहीं कर रहे हैं बल्कि वे राजस्थान के दौरे पर आ रहे हैं। इससे यह साफ लग रहा है कि भाजपा में सब कुछ ठीक नहीं है। जेपी नड्डा का राजस्थान दौरा अपने आप में बहुत कुछ बयान करता है। राजस्थान (Rajasthan) में भाजपा टूटने की कगार पर पहुंच गई है और कभी भी भाजपा के दो से तीन टुकड़े हो सकते हैं। ऐसे में भाजपा को एकजुट रखने के लिए जेपी नड्डा राजस्थान के दौरे पर आए हैं।