उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत अपने अनोखे ज्ञान के चलते विवादों में घिर गए हैं…पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने कोरोना वायरस को प्राणी का दर्जा दे दिया और उसके जीने के अधिकार की वकालत तक कर दी है.त्रिवेंद्र रावत का कहना है कि दार्शनिक दृष्टिकोण से देखा जाए तो कोरोना वायरस भी एक जीवित जीव है, बाकी लोगों की तरह इसे भी जीने का अधिकार है, लेकिन हम मनुष्य खुद को सबसे बुद्धिमान समझते हैं और इसे खत्म करने के लिए तैयार हैं, इसलिए यह खुद को लगातार बदल रहा है.आपको बता दे कि यह पहली बार नहीं है कि जब पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने विवादित बयान दिया हो.इससे पहले भी वो पिछले साल मार्च में चौंकाने वाला बयान देकर अपनी फजीहत करा चुके हैं.उस वक्त त्रिवेंद्र सिंह रावत ने दावा किया था कि पूरे विश्व में केवल गाय ऐसा पशु है जो कि ऑक्सीजन लेता भी है और ऑक्सीजन छोड़ता भी है,केवल गौशाला में कुछ समय बिताने से टीवी की बीमारी समाप्त हो जाती है.वहीं कोरोना वायरस को प्राणी बताकर त्रिवेंद्र सिंह रावत सोशल मीडिया में जमकर ट्रोल कर रहे हैं और लोग उनकी मजाक बना रहे हैं.विपक्ष उनके बयान को बकवास बता रहा है और कह रहा है कि मुख्यमंत्री की कुर्सी जाने के बाद त्रिवेंद्र रावत ने अपना आपा खो दिया है और उनके पास कोई विजन नहीं है, जिसके कारण उनकी बीजेपी में ऐसी गति हुई है.

