उत्तराखंड के पारंपरिक वाद्य यंत्रों को बढ़ावा देने के मकसद से ऋषिकेश में सात दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया है. इस कार्यशाला का शुभारंभ ऋषिकेश की महापौर अनिता ममगाईं ने किया. इस कार्यशाला के जरिए लोगों को वाद्य यंत्रों की जानकारी दी जाएगी और उनका महत्व बताया जायेगा. ऋषिकेश की महापौर अनिता ममगाईं का कहना है कि लोक वाद्यों में आंचलिक संस्कृति की छाप होती है. इन वाद्य यंत्रों का संस्कृति विशेष के साथ ही जन जीवन पर गहरा प्रभाव पड़ता है.
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