उत्तराखंड के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने शनिवार 23 अप्रैल को चारधाम यात्रा की तैयारियों को लेकर समीक्षा बैठक की.सतपाल महाराज की समीक्षा बैठक में स्वास्थ्य, परिवहन और पर्यटन विभाग के अलावा अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी भी मौजूद रहे. सतपाल महाराज ने सभी विभागों के अधिकारियों को कहा कि वे बेहतर तरीके से समन्वय स्थापित करें ताकि चारधाम यात्रा में आने वाले श्रद्धालुओं को किसी तरह की परेशानी का सामना नहीं करना पड़े.पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि यात्रा मार्ग पर खाद्य सामग्री की कमी नहीं पड़नी चाहिए. इसको लेकर जो भी प्लान हो वो तैयार किया जाए. श्रद्धालुओं को ताजा और अच्छा खाना मिले, इसका विशेष ध्यान रखा जाए. संबंधित विभाग समय-समय पर इसको लेकर चेकिंग अभियान भी चलाएं. श्रद्धालुओं को रहने और खाने में कोई समस्या नहीं आनी चाहिए.पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि चारधाम यात्रा के दौरान मास्क सभी के लिए अनिवार्य रहेगा. इसके अलावा यदि केंद्र सरकार कोरोना को लेकर कोई गाइडलाइन जारी करती है तो प्रदेश सरकार उसका भी पालन करेगी.
पर्यटन विभाग के अधिकारियों को सतपाल महाराज ने आदेश दिया है कि चारधाम यात्रा में आने वाले यात्रियों के पंजीकरण के लिए टूरिस्ट सेफ्टी मैनेजमेंट सिस्टम होना अनिवार्य है.यात्रियों के रजिस्ट्रेशन का तभी लाभ हो सकता है जब हम वहन क्षमता का कड़ाई से पालन करें.ताकि हम अतिथि सत्कार और प्रबंधन का एक अच्छा प्रभाव आने वाले पर्यटकों और तीर्थयात्रियों पर छोड़ सकें.बता दें कि उत्तराखंड की चारधाम यात्रा शुरू होने में 9 दिन का ही समय बचा है. गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ ही 3 मई से चारधाम यात्रा शुरू हो जाएगी. इसके बाद 6 मई को केदारनाथ धाम के कपाट खुलेंगे और 8 मई को बदरीनाथ धाम के कपाट खोले जाएंगे.