Friday, September 22, 2023
UTTARAKHAND: सतपाल महाराज ‘रिफ्लेक्सोलॉजी’ से युवाओं को देंगे रोजगार, जानें खासियत
ख़बर शेयर करें

पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने पर्यटन विभाग के जरिए वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड की तर्ज पर उत्तराखंड में भी ‘रिफ्लेक्सोलॉजी’ चिकित्सा पद्धति से युवाओं को रोजगार से जोड़ने की पहल शुरू कर दी है.इसके पहले चरण में उत्तराखंड पर्यटन विकास बोर्ड की ओर से उत्तरकाशी में एक महीने और रुद्रप्रयाग में 15 दिनों तक ‘रिफ्लेक्सोलॉजी’ के लिए प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया जाएगा. दोनों जगह होने वाले इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में करीब 70 से अधिक लोग हिस्सा लेंगे.प्रशिक्षण कार्यक्रम 23 नवंबर से शुरू होगा. फ्री प्रशिक्षण कार्यक्रम माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड जम्मू, कटरा के चार विशेषज्ञों की देखऱेख में चलेगा.इस योजना का मकसद अतिथि देवो भव: की भावना को प्रोत्साहित कर उत्तराखंड में आने वाले तीर्थयात्रियों को बेहतर सेवा देना है.आपको बता दें कि ‘रिफ्लेक्सोलॉजी’ जिसे हिंदी में पैरों की मसाज कहते हैं प्राचीन वैकल्पिक चिकित्सा पद्धति है. जो भारत साहित दूसरे एशियाई देशों में काफी प्रचलित है. ‘रिफ्लेक्सोलॉजी’ एक ऐसी थ्योरी पर काम करती है जो शरीर के अंगों और तंत्रों से जुड़ी होती है. शरीर के कुछ अंगों पर दबाव देने से शरीर को कई तरह के फायदे होते हैं. ‘रिफ्लेक्सोलॉजी’ चिकित्सा विधि में बिना तेल या लोशन का इस्तेमाल किये अंगूठे, अंगुली और हाथों द्वारा पैर और हाथ पर दबाव डाला जाता है.पैरों की मसाज करने से तनाव काफी कम हो जाता है.यह प्राचीन चिकित्सा पद्धति शरीर में ऊर्जा के प्रवाह को सुनिश्चित करती है और व्यक्ति को शांति और आराम मिलता है.उत्तराखंड में पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज की पहल से शुरू होना वाला ‘रिफ्लेक्सोलॉजी’ का प्रशिक्षण चारधाम और दूसरे स्थानों पर जाने वाले तीर्थयात्रियों के लिए मददगार साबित होगा.इसके साथ ही स्थानीय लोगों को रोजगार भी मिलेगा.आपको बता दें कि प्रशिक्षित फुट थेरेपिस्ट ‘रिफ्लेक्सोलॉजी’ के लिए 150 से 300 रुपये लेते हैं और प्रति दिन 1000 से 1500 रुपये तक कमाते हैं. दुनिया भर में बड़ी संख्या में रिफ्लेक्सोलॉजिस्ट इस तरह की सुविधा दे रहे हैं.

Tags: , , , , , , , , ,

Related Article


FOLLOW US

RECENTPOPULARTAG